वित्तीय बाजार स्वभाव से ही अनिश्चित और अस्थिर होते हैं। कभी वैश्विक घटनाएँ, तो कभी घरेलू आर्थिक बदलाव, निवेशकों के पोर्टफोलियो को प्रभावित करते रहते हैं। पिछले 20 वर्षों में हमने कई बार ऐसे उतार-चढ़ाव देखे हैं – चाहे वह 2008 का वैश्विक वित्तीय संकट हो, 2020 की महामारी हो या हाल के भू-राजनीतिक तनाव। ऐसे समय में सबसे बड़ी चुनौती यह है कि निवेशक अपने पोर्टफोलियो को कैसे सुरक्षित रखें और अच्छे रिटर्न भी पाते रहें। इसी समाधान के लिए सामने आया है HDFC Multi Asset Active Fund of Fund (FoF)
क्यों जरूरी है एसेट अलोकेशन?
हर एसेट क्लास अलग तरीके से व्यवहार करता है:
इक्विटी (Equity): पूंजी वृद्धि का स्रोत
डेब्ट (Debt): स्थिरता और सुरक्षा
सोना (Gold): मुद्रास्फीति और जोखिम से बचाव
👉 इन तीनों का संतुलित मिश्रण निवेशकों को स्थिर और बेहतर रिटर्न दिलाने में मदद करता है। ऐतिहासिक रूप से देखा गया है कि जब शेयर बाजार (Equity) कमजोर होता है, तो सोना अक्सर बेहतर प्रदर्शन करता है। इसी तरह, डेब्ट निवेश पोर्टफोलियो को स्थिर बनाते हैं। घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय इक्विटी की सह-संबद्धता (correlation) भी कम होती है, जिससे विविधता (diversification) और बढ़ जाती है।
क्या बाजार का सही समय पकड़ना आसान है?
अक्सर निवेशक सोचते हैं कि यदि वे सही समय पर शेयर खरीदें और बेचें, तो अधिक लाभ कमा सकते हैं। लेकिन आंकड़े कुछ और ही कहते हैं।
उदाहरण के लिए, पिछले 25 वर्षों में Nifty 50 Index ने कभी बहुत अच्छे रिटर्न दिए, तो कभी निगेटिव भी रहा। लगातार सही समय पर एंट्री और एग्ज़िट करना लगभग नामुमकिन है। यही कारण है कि “टाइम इन द मार्केट” (लंबे समय तक निवेशित रहना) “टाइमिंग द मार्केट” (सही समय चुनना) से कहीं ज्यादा बेहतर रणनीति है।
HDFC Multi Asset Active FoF क्या है?
HDFC Multi Asset Active Fund of Fund (FoF) एक ऐसा म्यूचुअल फंड है जो निवेशकों को अलग-अलग एसेट क्लास में निवेश करने का अवसर देता है। इसका मकसद है:
इक्विटी, डेब्ट और सोने में संतुलित निवेश करना।
बाजार की परिस्थितियों के हिसाब से आवंटन (allocation) को सक्रिय रूप से बदलना।
निवेशकों को दीर्घकाल में बेहतर रिस्क-एडजस्टेड रिटर्न दिलाना।
इस फंड का फायदा यह है कि निवेशक को खुद अलग-अलग एसेट क्लास में निवेश करने की चिंता नहीं करनी पड़ती। फंड मैनेजर मार्केट की स्थितियों के आधार पर आवंटन को सक्रिय रूप से एडजस्ट करते रहते हैं।
निवेशकों के लिए लाभ
डायवर्सिफिकेशन (Diversification): एक ही निवेश से विभिन्न एसेट क्लास का एक्सपोजर।
जोखिम में कमी (Risk Reduction): अलग-अलग एसेट्स में निवेश करके अस्थिरता घटती है।
प्रोफेशनल मैनेजमेंट: विशेषज्ञों द्वारा सक्रिय एसेट अलोकेशन।
लंबी अवधि की वृद्धि (Long-term Growth): इक्विटी से विकास और डेब्ट व गोल्ड से सुरक्षा।
HDFC Multi Asset Active FoF में किसे निवेश करना चाहिए?
यह फंड उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो:
बाजार की अनिश्चितता से परेशान हैं।
स्थिरता और वृद्धि दोनों चाहते हैं।
अलग-अलग एसेट क्लास में निवेश का फायदा एक ही फंड में पाना चाहते हैं।
मध्यम से दीर्घकाल (3-5 साल या उससे अधिक) तक निवेशित रह सकते हैं।
निष्कर्ष
निवेश का असली मंत्र केवल सही स्टॉक या बॉन्ड चुनना नहीं है, बल्कि सही एसेट अलोकेशन है।
HDFC Multi Asset Active FoF निवेशकों को यह सुविधा देता है कि वे इक्विटी, डेब्ट और सोने में एक साथ निवेश करें और बाजार की अस्थिरता के बावजूद अपने पोर्टफोलियो को संतुलित रखें।
अगर आप अनिश्चित बाजार में स्थिरता और विकास दोनों पाना चाहते हैं, तो यह फंड आपके पोर्टफोलियो के लिए एक मजबूत विकल्प हो सकता है।
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FAQs
Q1. HDFC Multi Asset Active FoF में किन-किन एसेट्स में निवेश किया जाता है?
👉 इसमें इक्विटी, डेब्ट और सोने में सक्रिय रूप से निवेश किया जाता है।
Q2. क्या यह फंड सुरक्षित है?
👉 पूरी तरह सुरक्षित तो कोई भी बाजार निवेश नहीं होता, लेकिन यह फंड विविधता (Diversification) से जोखिम को काफी हद तक कम करता है।
Q3. कितने समय के लिए निवेश करना चाहिए?
👉 बेहतर रिटर्न पाने के लिए कम से कम 3-5 साल तक निवेशित रहना उचित है।
Q4. क्या यह फंड हर निवेशक के लिए सही है?
👉 यह फंड उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो स्थिरता और विकास दोनों चाहते हैं और मध्यम से लंबी अवधि तक निवेश कर सकते हैं।


